इतनी शक्ति हमें देना दाता
मनका विश्वास कमजोर हो ना ।।
हम चलें नेक रस्ते पे हमसे ।
भूलकर भी कोई भूल हो ना ।।
दूर अज्ञान के हों अँधेरे ।
तू हमें ज्ञानकी रोशनी दे ।।
हर बुराई से बचते रहें हम ।
जितनी भी दे भली जिन्दगी दे ।।
बैर हो ना किसी को किसी से ।
भावना मन में बदले की हो ना ।।
हम चलें नेक रस्ते पे हमसे ।
भूलकर भी कोई भूल हो ना ।।
हम न सोचें हमें क्या मिला है ।
हम ये सोचें किया क्या है अर्पण ।।
फूल खुशियों के बाँटें सभी को ।
सबका जीवन ही बन जाये मधुबन ।।
अपनी करुणा का जल तू बहाके ।
कर दे पावन हर एक मनका कोना ।।
इतनी शक्ति हमें देना दाता ।
मन का विश्वास कमजोर हो ना ।।
हम अन्धेरे में हैं रौशनी दे,
खो ना दे खुद को ही दुश्मनी से,
हम सज़ा पाये अपने किये की,
मौत भी हो तो सह ले खुशी से,
कल जो गुज़रा है फिरसे ना गुज़रे,
आनेवाला वो कल ऐसा हो ना...
हम चले नेक रास्ते पे हमसे,
भुलकर भी कोई भूल हो ना...
इतनी शक्ति हमें दे ना दाता,
मनका विश्वास कमज़ोर हो ना...
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